पाकिस्तान HQ-19 मिसाइल डिफेंस सिस्टम हासिल करने की योजना बना रहा है: भारत के S-400 के साथ तुलना
पाकिस्तान के चीन से HQ-19 मिसाइल डिफेंस सिस्टम प्राप्त करने की योजना और भारत के S-400 के साथ इसकी तुलना।
पाकिस्तान भारत के साथ हाल के टकराव और मई में चीन के HQ-9 सिस्टम के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद अपनी वायु रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने के लिए चीन के HQ-19 मिसाइल डिफेंस सिस्टम हासिल करने की योजना बना रहा है। नवंबर 2024 में लॉन्च हुए HQ-19 एक बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस सिस्टम है, जिसकी रेंज 3,000 किमी है और यह ब्रह्मोस और अग्नि श्रृंखल जैसी सुपरसोनिक और बैलिस्टिक मिसाइलों का मुकाबला करने में सक्षम है। इसमें एक सीधा हिट तंत्र, आठ पहियों वाले वाहन पर लगे छह मिसाइलों का लॉन्चर, एक कमांड और कंट्रोल सिस्टम, और 4,000 किमी की डिटेक्शन रेंज वाला टाइप 610A रडार शामिल है। दूसरी ओर, भारत का रूस से प्राप्त S-400, जिसे दुनिया के सबसे उन्नत मिसाइल डिफेंस सिस्टम में से एक माना जाता है, अपनी बेहतर रेंज और एक साथ多 तरह के हवाई खतरों को रोकने की क्षमता के लिए जाना जाता है। विश्लेषकों का मानना है कि HQ-19 पाकिस्तान के लिए एक महत्वपूर्ण उन्नयन है, लेकिन यह S-400 के तकनीक और कवरेज के मामले में अभी भी पीछे है। HQ-19 की खरीद पाकिस्तान की व्यापक सैन्य आधुनिकरण रणनीति का हिस्सा है, जिसमें 40 J-35A स्टील्थ फाइटर जेट्स की खरीद और तुर्की के साथ एक पांचवीं पीढ़ी के फाइटर जेट पर सहयोग शामिल है। यह कदम भारत की बढ़ती सैन्य क्षमताओं और क्षेत्रीय प्रभुत्व के प्रति एक प्रतिक्रिया के रूप में देखा जा रहा है। HQ-19 की शुरुआत पाकिस्तान के भारत के S-400 का मुकाबला करने के प्रयास को दर्शाती है, लेकिन इसकी प्रभावशीलता अभी भी संदेह के घेरे में है। दोनों देशों के बीच जारी हथियारों की होड़ क्षेत्रीय तनाव को और बढ़ाती जा रही है।
Author: N/A | Published: June 3, 2025, 7:29 p.m. | Language: Hindi | Country: India
Topics: General, Technology, Business